अहमदाबाद. शहर में 750 करोड़ की लागत से सरदार वल्लभभाई पटेल हॉस्पिटल का निर्माण किया गया है। इस हॉस्पिटल में मरीज के रिश्तेदार द्वारा बाउंसर्स से मारपीट की गई। मारपीट की यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है। मामले की रिपोर्ट एलिसब्रिज पुलिस स्टेशन की डायरी में केवल लिख भर ली गई है।
बाउंसर ने मांगा था पास
हॉस्पिटल में मरीज के पास दो से अधिक रिश्तेदार को नहीं रखा जाता। इस कारण बाउंसर्स ने मरीज के रिश्तेदार से पास मांगा। इस पर रिश्तेदार ने बाउंसर्स की पिटाई शुरू कर दी। सीसीटीवी में दिखाई दे रहा है कि मरीज का रिश्तेदार बाउंसर को रॉड से पीट रहा है। इस घटना को पुलिस थाने में केवल डायरी में ही लिखा गया है।
एक मरीज के साथ एक ही रिश्तेदार
इस मामले में सिक्योरिटी मैनेजर विपिन सिंह राजपूत ने बताया कि हॉस्पिटल में एक मरीज के साथ एक ही रिश्तेदार होता है। उस मरीज के पास 3-4 रिश्तेदार पहुंच गए थे, जो गलत है। गलत तरीके से प्रवेश करने वाले रिश्तेदारों को तलाश कर बाहर लाया गया था। इसलिए विवाद हुआ।
एक तरफा फुटेज कैसे लीक हुआ?
रिश्तेदार द्वारा किए गए हमले में केवल वही भाग लीक हुआ, जिसमें रिश्तेदार ने हमला किया है। बाकी भाग सीसीटीवी में दिखाई नहीं दे रहा है। इस संबंध में सिक्योरिटी मैनेजर से पूछने पर वे कोई जवाब नहीं दे पाए। सीसीटीवी रूम में भी सिक्योरिटी होती है, इसके बाद भी वीडियो किस तरह से लीक हुआ? कोई और मामला होता है, तो सिक्योरिटी मैनेजर कुछ नहीं बोलते, किंतु इस मामले में वे कैमरे के सामने कैसे आए? वे बोलने के लिए अधिकृत नहीं है, उन्हें बोेलने की अनुमति किसने दी? इस तरह के सवाल इस मामले में उछाले जा रहे हैं, जिसका कोई जवाब नहीं है।
मीडिया को रोका जाता था
जिस स्थान पर सिक्योरिटी मैनेजर अपना बयान दे रहे थे, उसके पहले वहां मीडिया को जाने से रोका जाता था। पर शुक्रवार को मीडिया को कैसे नहीं रोका गया? इस पर भी मैनेजर कुछ बोल नहीं रहे हैं। लोगों का कहना है कि हॉस्पिटल के गार्ड्स की दादागिरी को छिपाने के लिए मैनेजर इस तरह की हरकत कर रहे हैं।