रोज की तरह बुधवार सुबह 11 बजे जब विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई तब किसी को भी यह आभास नहीं था कि मॉनसून सत्र का समापन बड़े नाटकीय ढंग से होगा. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के 2 विधायक पाला बदलकर मुख्यमंत्री कमलनाथ के बगल में जाकर खड़े हो जाएंगे. कर्नाटक के घटनाक्रम के बाद मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जिस नाटकीय अंदाज में बीजेपी को झटका दिया, उसकी गूंज वर्षों तक देश की राजनीति में सुनाई देने वाली है.