देवास . तार पर चलकर नाला पार करते ये लोग सोनकच्छ ब्लॉक के बेराखेड़ी और पटाड़ियाताज गांव के हैं। यह नाला चौबाराधीरा और गंधर्वपुरी मार्ग पर कालीसिंध नदी से जुड़ा है। 80 से अधिक किसान और उनके परिवार अपने खेतों तक जाने के लिए राेज जान जोखिम में डालकर तार के सहारे नाला पार करते हैं। बार-बार शिकायत के बाद भी जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। बारिश में जैसे ही कालीसिंध नदी में पानी आता है तो उसका बैक वाटर इस नाले की तरफ आ जाता है। नाला भी 40 किमी दूर से बहकर आता है, जिसमें बहाव तेज होता है। दूसरा रास्ता कराड़ियामाहोर गांव की तरफ से है, लेकिन वहां के किसान इधर के किसानों को अपनी जमीन से निकलने नहीं देते, जिसके कारण दो गांवों के किसानों के निकलने का यही एक मात्र रास्ता है। यह स्थिति पिछले 15 साल से बनी हुई है। जरा भी ध्यान भटका तो व्यक्ति सीधे गहरे पानी में चला जाएगा।