आगरा जनपद की जिला जेल में बंद कैदी अन्य जनपदों के कैदियों के लिए उदाहरण बने हुए हैं. ये कैदी जेल के अंदर ही एक नई तकनीक से गाय के गोबर से बनी लकड़ी यानि गोकाष्ठ बनाते है जिसे दाह संस्कार में उपयोग किया जाता है. फ़िरोज़ाबाद के स्वर्ग आश्रम में भी इसी काष्ट का प्रयोग हो रहा है. लोगों की माने तो इस काष्ठ के प्रयोग से जहां दाह संस्कार में खर्च कम होता है वहीं पेड़ों को कटना भी नहीं पड़ता. इस गोकाष्ठ को लकड़ी के बुरादा, बेकार हो चुका भूसा और गाय के गोबर से तैयार किया जाता है. बहरहाल जरूरत है इस काम में लगे लोगों को प्रोत्साहित करने की.