नागिन के आतंक का शिकार हुए सभी चार मृतकों के परिजनों को राजस्व प्रकरणों के तहत चार-चार लाख रुपये का मुआवजा भी दिया जाएगा. कलेक्टर के आदेश के बाद वन विभाग और पंधाना थाने से पुलिसकर्मी आरूद गांव पहुंचे और ग्रामीणों से चर्चा की. वहीं, गांव में नागिन का दहशत अभी भी लोगों में बना हुआ है, जिस कारण लोग आज भी भजन-पूजन में जुटे रहे