अपनी धरती पर आतंकवाद को पनाह देन वाले पाकिस्तान को भारत ने एक और सबक सिखाया है. किर्गिस्तान के बिश्केक में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन में भारत तमाम देशों के साथ हिस्सा तो लेगा लेकिन पाकिस्तान से बात नहीं करेगा. 8 देशों के इस संगठन में रूस, चीन, भारत जैसे ताकतकवर देश हैं. लेकिन पाकिस्तान की हरकतों की वजह से भारत ने दो टूक शब्दों में कहा है कि आतंकवाद और बातचीत साथ नहीं चल सकते. जनवरी 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले के बाद से भारत-पाक में कोई आधिकारिक वार्ता नहीं हो रही है. अब सवाल उठता है कि क्या अंतर्राष्ट्रीय विरादरी से अलग-थलग करने से पाकिस्तान सुधरेगा. SCO में पाकिस्तान से बातचीत ना करना क्या उसके लिए बड़ा सबक है. क्या पाकिस्तान अपनी धरती पर पल रहे आतंकवाद पर लगाम लगाएगा. इसी इसी मुद्दे पर हमारे साथ बड़ा पैनल मौजूद है..लेकिन उससे पहले देखिए विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया.