यूपी की सियासत में 22 साल बाद सबसे बड़ा बदलाव आया था. समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने महागठबंधन का झंडा बुलंद किया था. लेकिन लोकसभा चुनाव में सारे समीकरण ऐसे ध्वस्त हुए कि न तो बीएसपी की सोशल इंजीनियरिंग चली और न ही समाजवादी पार्टी का मुस्लिम-यादव समीकरण. ऐसे में मायावती ने महागठबंधन को अलविदा करने का ऐलान कर दिया. मायावती ने कहा कि जो अखिलेश यादव अपनी पत्नी डिंपल को चुनाव नहीं जिता सके वो बीएसपी को क्या जिताएंगे. सवालों में अब मायावती की दलीलें हैं लेकिन सच क्या है इस ऐलान का? आइए सुनते हैं पॉडकास्ट.