क्या बंगाल में दीदी की ज़मीन खिसक चुकी है. क्या बंगाल में दीदी के किले में सेंध लग चुकी है. लोकसभा चुनाव में TMC की सीटों में कमी और उसके बाद पार्टी के 2 विधायकों और 52 पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने के बाद ये बहस तेज़ हो गई है. लोकसभा चुनाव के दौरान जिस तरह ममता बनर्जी के तेवर देखने को मिले. उसके बाद ही ये साफ़ होने लगा था कि इस बार बंगाल में दीदी का जलवा पहले जैसा नहीं रहने वाला है. बाकी कसर बंगाल में सातों चरणों में हुई चुनावी हिंसा ने पूरी कर दी. लेकिन इन सबके बीच अच्छी खबर ये है कि तमाम विवादों के बीच ममता बनर्जी पीएम मोदी के शपथग्रहण में शामिल होंगी. सवाल ये है कि चुनाव खत्म होने के साथ तल्खी खत्म होगी? आखिर मोदी की ताजपोशी में ममता की मौजूदगी के मायने क्या हैं?