हिमाचल में ओलावृष्टि से सेब की फसल को भारी नुकसान हुआ है. इस साल पूरे हिमाचल में 7 लाख 58 हजार मीट्रिक टन सेब होने का अनुमान था. ओले की मार के बाद यह घटकर 7 लाख 40 हजार मीट्रिक टन रहने का अनुमान है. एक अनुमान के अनुसार इस साल अभी तक करीब 42 करोड़ के सेब का नुकसान हो चुका है. करीब कुल्लू, मंडी, शिमला, लाहौल-स्पिति और किन्नौर जिले में सेब उत्पादन होता है. इस ओलावृष्टि का सबसे ज्यादा प्रभाव शिमला जिले के ठियोग में हुआ है. यहां जो बागवान संपन्न हैं, उन्होंने एंटी हेल नेट लगा रखा है, उनकी फसल को नुकसान नहीं हुआ है. सेब का उत्पादन कुल्लू, मंडी, शिमला, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिले में होता है.