मंडी संसदीय सीट से रहे इकलौते दलित सांसद स्वर्गीय गोपी राम का गांव आज भी सड़क सुविधा से नहीं जुड़ पाया है. यह गांव ग्राम पंचायत भरौण का चडयाणा गांव है. इस गांव में है स्वर्गीय गोपी राम का घर है. गोपी राम 1952 में हुए पहले लोकसभा चुनावों में मंडी से दलित सांसद के रूप में चुने गए थे. उस वक्त एक सीट से दो प्रतिनिधियों को चुने जाने की व्यवस्था थी. रानी अमृत कौर के साथ गोपी राम भी चुने गए थे और पांच वर्षों तक सांसद रहे थे. उसके बाद राज्य सरकार में भी गोपी राम ने विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दी थी. चडयाणा गांव की 90 प्रतिशत आबादी दलित समुदाय की है. स्वर्गीय गोपी राम के पुत्र राजेंद्र मोहन बताते हैं कि नेशनल हाईवे से गांव तक पैदल ही जाना पड़ता है. यदि गांव में कोई बीमार हो जाए तो आज भी उसे उठाकर मुख्य सड़क तक पहुंचाना पड़ता है.