वहीं, अपने भाषण के दौरान उपेन्द्र कुशवाहा ने रामलीला की तुलना बीजेपी से की. उन्होंने कहा कि जिस तरह से रामलीला में सीता को सीता मैया के रूप में देखते हैं, लेकिन परदे के पीछे वही सीता मैया को सिगरेट पीते हुए भी देखा जाता है. रालोसपा सुप्रीमो की माने तो ठीक सीतामैया के कीरदार की तरह ही बीजेपी भी है. क्योंकि भाजपा कहती कुछ है और करती कुछ है.