आंध्र में गूंज रहा है ‘जगन होना है, जगन आना है...

2019-03-29 185

अमित कुमार निरंजन | विशाखापत्तनम. विशाखापत्तनम नेवी के बेस कैंप और स्टील प्लांट के लिए मशहूर है। यहां से 80 किमी दूर अलकापल्ली जिले के मनक्का गांव के महालक्ष्मी नायडू की कहानी इस विकास से मेल नहीं खाती। उसका परिवार एक दशक से गुड़ बनाता है। तपती भट्‌टी के सामनेे नायडू परिवार दिन भर में करीब सौ किलो गुड़ बनाता है। यह गांव में 35 से 40 रुपए किलो बिकता है, जबकि शहर में 60 से 70 रुपए। लागत और मेहनत के आगे मुट्‌ठी भर का मुनाफा। नाराज़गी आंखों में भी है और जुबान पर भी। इस बार जगनमोहन रेड्‌डी को मौका देने की बात हो रही है। अराकू, श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापत्तनम, अनाकापल्ली, काकीनाडा, अमलापुरम, राजहंडरी, नरसापुरम और एलुरू क्षेत्र में एक बार जगन को मौका देने का मुद्दा है।



 

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