जबलपुर के गढ़ा इलाके में रहने वाले महेंद्र केवट ने इन गीतों को कुछ ही दिन पहले लिखा है. महेंद्र केवट अपने ग्रुप के साथ इस तरह के गीतों को लिख और गा रहे हैं.