कानपुर में डॉक्टर कफील खान ने बताया कि बीआरडी में ऑक्सीजन की कमी के चलते हुई बच्चो की मौत के लिए मुझे बलि का बकरा बनाया गया. जेल में डाल दिया गया. डॉक्टर कफील एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद एक प्रेस वार्ता की. इसमें उन्होंने सरकार के खिलाफ इस हादसे से जुड़े गम्भीर आरोप लगाए हैं. बता दें कि अगस्त 2017 को गोरखपुर बीआरडी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 70 बच्चो की मौत हो गई. डॉक्टर कफील ने बताया कि मैंने आरटीआई भी दाखिल की. आरटीआई में सरकार ने माना कि मैं सबसे जूनियर डॉक्टर था, न ही इंसेफेलाइटिस वार्ड का प्रमुख था, न ही वाइस प्रिंसिपल था.(ओम बाबू मिश्रा की रिपोर्ट)