एक-दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर नृत्य करते हुए लोगों ने मां की प्रतिमा को गंगा में विसर्जित किया। उधर, विभिन्न पूजा-पंडालों में स्थापित प्रतिमा का विसर्जन मंगलवार को होगा। सोमवार को कहीं बच्चों के बीच प्रतियोगिता तो कहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।