जानिए IVF तकनीक से कैसे कर सकते है पैरंटहुड एन्जॉय? | आपका Doctor

2019-01-20 0

प्रदूषित वातावरण व काम के बोझ के चलते महिलाओं के शरीर में कई तरह की परेशानियां उत्पन्न होने लगी हैं। इन समस्याओं में से एक है प्रेग्नेंट न हो पाना। जहां एक ओर प्रेग्नेंसी से जुड़ी समस्या बढ़ गयी हैं, वहीं खुशकिस्मती से दूसरी ओर इनके समाधान के लिए नए विकल्पों का अविष्कार हुआ है। इनमें से एक है इन विट्रो फर्टीलाइजेशन या आईवीएफ (In Vitro Fertilization/ IVF)। जो महिलाऐं गर्भधारण नहीं कर पा रहीं हैं, उनके लिए टेस्ट ट्यूब बेबी तकनीक कारगर सिद्ध हुई है। इसके चलते बड़े शहरों में आईवीएफ केंद्र तेजी से खुलते जा रहें हैं। इस प्रक्रिया में महिला के अंडाशय से अंडों को निकाला जाता है, जिसके बाद उन्हें प्रयोगशाला में शुक्राणु के साथ निषेचित किया जाता है। निषेचन अंडे और शुक्राणु के मिलने के बाद बच्चा बनने का पहला चरण होता है, जिससे भ्रूण (एम्ब्रीओ; Embryo) बनता है। फिर इस भ्रूण को बढ़ने और विकसित होने के लिए महिला के गर्भ में डाल दिया जाता है।

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