दारूल उलूम देवबंद एक बार फिर अपने फतवे को लेकर चर्चा में हैं. इस बार दारूल उलूम देवबंद ने फतवा जारी करके किसी भी कार्यक्रम या समारोह में सामूहिक रूप से मर्दों और औरतों के एक साथ खड़े होकर भोजन करने को इस्लाम के खिलाफ बताया है. इसके अलावा एक दूसरे फतवे में मोबाइल फोन पर बिना इजाजत एक-दूसरे की कॉल रिकॉर्ड किए जाने को गुनाह करार दिया गया है. दारूल उलूम देवबंद ने बिना इजाजत किसी भी व्यक्ति की कॉल रिकॉर्ड करने को गुनाह और अमानत में खयानत बताया है.. अब सवाल उठता है कि दारूल उलूम देवबंद के ये कैसे- कैसे फतवे हैं...और क्या इन्हें माना जाना चाहिए...ऐसे फतवों को जारी करने के पीछे क्या उद्धेश्य है...इस पर चर्चा करने के लिए हमारे साथ बड़ा पैनल मौजूद है.