सरयू के किनारे लाखों दियों से रोशन हो उठे, जगमग हो उठी अयोध्या. गूंज उठा राम का नाम. सरयू किनारे अयोध्या मना रही है दिव्य दिवाली. सरयू और अयोध्या का वो अटूट रिश्ता है जो भगवान श्री राम और लक्ष्मण जी का था. सरयू के तट पर अयोध्या बसी है या फिर यूं कह लीजिए की दोनों एक दूसरे की कभी न मिटने वाली पहचान हैं. सरयू श्री राम चंद्र जी के जन्म की साक्षी और राम जी से जुडी अनगिनत कहानियों की गवाह. लेकिन सरयू की कहानी क्या है, सरयू का महत्व क्या है.देखिए ये रिपोर्ट