Union Minister Maneka Gandhi deoria and muzaffarpur shelter home rape case
नई दिल्ली। मेनका गांधी ने कहा है कि हमने संरक्षण गृहों को पैसा तो दिया है, लेकिन उन पर कोई निगरानी नहीं रखी है। गांधी ने कहा, 'यह ना सिर्फ भयावह है, बल्कि इसने मुझे दुखी भी कर दिया है। मैं जानती हूं कि ऐसे मामले और भी हो सकते हैं, क्योंकि हमने वर्षों से कोई ध्यान नहीं दिया है, सिवाय उन्हें पैसा मुहैया कराने के। न्होंने कहा कि वह दो साल से हर सांसद को खत लिख रहे हैं कि वे अपने क्षेत्र में महिलाओं और बच्चों के लिए चलने वाले संस्थानों को एक बार देख तो लें। साथ इस इस बारे में उन्हें सूचित भी करें। लेकिन, इस दिशा में काम नहीं हो रहा है। हमारे पास जो भी शिकायतें आती हैं, हम उनपर 24 घंटों में कार्रवाई करते हैं।