चंद्र ग्रहण उस स्थिति को कहते हैं जब चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है. ऐसा तभी हो सकता है जब सूर्य पृथ्वी और चंद्रमा इस क्रम में लगभग एक सीधी रेखा में हों. इस कारण चंद्र ग्रहण केवल पूर्णिमा तिथि को ही घटित हो सकता है.
इस बार श्रावण मास के आखिरी सोमवार को रक्षाबंधन है, इसी दिन चंद्र ग्रहण भी पड़ेगा। करीब 12 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है जब रक्षा बंधन के दिन पर चंद्र ग्रहण पड़ रहा है। इससे पहले साल 2005 में ऐसा संयोग बना था।
Chandra grahan ek khagoliya sthiti hai jab surya, prathvi or chandrama ek hi rekha me hote tab esi sthiti utpann hoti hai.
Is varsh rakshabandhan ke din chandragrahan ki sthiti ban rahi hai.