ख़तरे की अलार्म बज चुका है. प्रलय की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. जैसे-जैसे धरती का तापमान बढ़ रहा है. हिमालय के ग्लेशियर पिघलते जा रहे हैं. संभलने के लिए वक्त बहुत कम रह गया है क्योंकि जिस रफ्तार से हिमालय पिघल रहा है. वो दिन दूर नहीं जब देश और दुनिया में कुदरत का जबरदस्त कोहराम मचेगा.पहले कैसी नज़र आती थी ग्लेशियर से ढकी कश्मीर की वादियां और अब का नज़ारा देखिए कश्मीर को खूबसूरत बनाने वाले 20 फीसदी से भी ज्यादा ग्लेशियर लुप्त हो चुके हैं.वजह है धरती का बढ़ता तापमान.जिसकी आंच हिमालय तक पहुंच रही है वैज्ञानिकों की मानें तो |