Dead body on pulling cart when ambulence not provided in Mainpuri
मैनपुरी। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में थाना कोतवाली के हरिहरपुर में मजदूरी करने वाले कन्हैया की पत्नी को सांस लेने में दिक्कत हुई जिसके बाद उसने एबुलेंस बुलाने के लिए 108 पर फोन किया पर एंबुलेंस नहीं पहुंची। पत्नी की बिगड़ती हालत देख कन्हैया ने पड़ोस में सब्जी बेचने वाले पड़ोसी से हाथ ठेला मांगकर ठेले पर अपनी बूढ़ी मां व बीमार पत्नी को 5 किमी तक चलकर जिला अस्पताल ले गया जिसके बाद डॉक्टरों ने पहले तो उसको एडमिट करने में आनाकानी की।
फिर बाद में उसको औपचारिकताएं पूरी करने के लिए कहा लेकिन तब तक कन्हैया की पत्नी सोनी की मौत हो गई। इसके बाद पीड़ित कन्हैया ने शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस की मांग की लेकिन उसको एंबुलेंस देने से साफ इनकार कर दिया गया।
मजबूरी में पीड़ित ने फिर उसी ठेले का सहारा लिया और गांव तक अपनी पत्नी के शव को ले कर गया। घटनाक्रम में पीड़ित की बेबस मां हाथ ठेले पर बैठी रोती रही। मृतक सोनी की चार बेटियां हैं जिसमें से एक सिर्फ 3 माह की है। ऐसे में चिकित्सा विभाग की ये कार्यशैली यूपी सरकार की मंशा पर बट्टा लगाती नजर आ रही है।