प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती। यह साबित किया है 17 साल के अस्तित्व राज साहू ने। इंटर की पढ़ाई और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी के दौरान के अनुभवों की कडि़यों को अस्तित्व ने कुछ इस तरह से जोड़ा कि पूरा एक उपन्यास तैयार हो गया। नाम दिया, ‘हैकिंग ए सीट आफ आईआईटी’। इसे अमेरिकी प्रकाशन संस्था किंडल पर ऑनलाइन प्रकाशित किया है
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