नदी का जलस्तर घटने के साथ ही जैसे-जैसे गांव, टोलों और घरों से पानी निकल रहा है, वैसे-वैसे तबाही का मंजर साफ झलकने लगा है। जिले के ग्रामीण इलाकों में ही नहीं शहरी क्षेत्र में भी कच्चे मकान गिरे-पड़े दिखाई दे रहे हैं। जगह -जगह लाश तैरती हुई नजर आ रही है। इसके इतर पुलिस के संरक्षण में जोगबनी मीरगंज पुल पर से आंकड़ा कम करने के लिए लाश नदी में फेकने का आरोप लग रहा है। यही नहीं जंगल,बांस झाड़,नदी किनारे मरे हुए मवेशी की महक से आस-पास के लोगो का जीना मुहाल हो गया है।