अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए महिलाओं ने विधि विधान से वट सावित्री व्रत रखा। सुबह से ही घरों में व्रत की तैयारियां की गईं। स्नानकर महिलाएं पति और परिजनों के साथ वटवृक्ष के करीब पहुंची और पूजा की। गुरुवार को व्रती महिलाओं ने सुबह ही घरों के आसपास वट वृक्ष का रुख किया।