जमालपुर किउल रेलखण्ड के बीच मसूदन स्टेशन पर हुई नक्सली हमले से जहां रात 11.22 से ही रुट पर परिचालन बंद है, वहीं दूसरे दिन सुबह के 11 बजे तक स्टेशन मास्टर और पोटर को नही छोड़ा गया।
इधर सुबह 5.40 से 7.40 तक ट्रेनों के परिचालन की सूचना मिलते ही नक्सलियों ने डीआरएम मोहित सिन्हा को अपहृत एसएम के मोबाइल से धमकी दे डाली, की अगर बंदी में रुट पर अब कोई गाड़ी चली तो दोनों की हत्या कर दी जायेगी। इधर मोहित कुमार ने जमालपुर से किउल रेलखण्ड के बीच तबतक परिचालन बंद करने का आदेश दिया है, जबतक नक्सलियों के चंगुल से छूट न जाये। डीआरएम ने कई ट्रेनों को डाइवर्ट करने की भी बात कर रहें है। बता दें कि घटना की सूचना मिलते ही आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त ईश्वर प्रसाद यादव, रेल एसपी शंकर झा, जमालपुर एसपी आशीष भारती, लखीसराय एसपी अरविंद ठाकुर सहित अन्य जवान कैम्प कर रहें हैं। बीती रात करीब 3 बजे आरपीएफ के इंस्पेक्टर परवेज खान, जीआरपी के थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर कृपा सागर, टीआई दिलीप कुमार पायलट इंजन से घटनास्थल को रवाना हुए थे, तथा 5.40 में 53616 डाउन गया जमालपुर पैसेंजर ट्रेन को जमालपुर के लिए रवाना किया गया।
नक्सलियों ने बीती रात जहां बंदी को लेकर मसूदन के स्टेशन मास्टर मुकेश, पोर्टर निरंजन मंडल सहित अन्य को बंधक बना कर साथ ले गए, वहीं स्टेशन के पैनल कक्ष को आग के हवाले कर दिया था।