श्रीनगर में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए भागलपुर के बेटे और पीरपैंती के कमल चटगांव के बीएसएफ के एएसआई बृज किशोर यादव को सुबह गांव लाया गया।
अहले सुबह जैसे ही उनका पार्थिव शरीर पीरपैंती पहुंचा हजारों की भीड़ दर्शन को उमड़ी। लोगों ने फूलों की बरसात की। ब्रजकिशोर अमर रहे के गगनभेदी नारों से क्षेत्र गुंजायमान हो उठा। सड़क किनारे लोगों की भीड़ इतनी अधिक उमड़ी थी कि पार्थिव शरीर को आगे ले जाने में BSF के जवान और स्थानीय प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी। यही कारण रहा कि करीब 3 घंटे बाद उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव कमल चौक पहुंचा।
जैसे ही उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा। परिजनों और ग्रामीणों की करुण क्रंदन और चीख-पुकार से माहौल गमगीन हो उठा।
शहीद का पार्थिव शरीर उनके दरवाजे पर रखा गया उनकी पत्नी रिंकी देवी पुत्र और पुत्रियां पार्थिव शरीर से लिपट कर दहाड़ें मारने लगी परिजनों के करुण क्रंदन से वहां मौजूद लोगों की आंखें भी सजल हो उठीं।