विवान ने राष्ट्रीय स्तर की स्केटिंग प्रतियोगिता में भी पदक जीते हैं। वहीं वह रामायण पाठ प्रतियोगिता में रजत पदक अपने नाम किया है। 17 फरवरी को दिल्ली में आयोजित प्रतियोगिता में उन्हें दूसरा स्थान मिला था।
चार वर्ष की छोटी सी उम्र में ही विवान ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में तीन स्वर्ण पदक अपने नाम किए हैं। नन्हा विवान काता और कुमिते शैली का प्रदर्शन किसी पेशवेर कराटे खिलाड़ियों की तरह करता है। प्रतिभा को देखते हुए उनको 7 जनवरी को ब्लैक बेल्ट से नवाजा गया। यह दावा किया जा रहा है कि विवान ब्लैक बेल्ट पाने वाले देश के सबसे कम उम्र के कराटे खिलाड़ी हैं।
दिल्ली के सिविल लाइंस, माल रोड निवासी विवान की बहन आठ वर्षीय आहाना मोडा भी राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। उन्हें भी इसी वर्ष ब्लैक बेल्ट से नवाजा गया है।शितोरियो सिकोकाई इंडिया कराटे एसोसिएशन के तहत विवान खेल की बारीकियां सीख रहे हैं। इनके प्रशिक्षक राजू राना ने बताया कि इतनी कम उम्र में ब्लैक बेल्ट पाना बहुत ही मुश्किल है। छोटी सी उम्र में कराटे के प्रति इनकी गंभीरता देखते ही बनती है। राजू राना नोएडा सेक्टर-18 में प्रशिक्षण देते हैं।