एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर नरेंद्र आर्य ने कहा कि जिला भूकंप और भूस्खलन की दृष्टि से जोन पांच में आता है। यहां प्राकृतिक आपदाएं अधिक होते रही हैं। आपदा के समय लोगों को खोज और बचाव की आवश्यकता रहती है। एसडीआरएफ इस पर काम करती है। शासन के निर्देश पर लोगों को भी इसकी जानकारी हो। उसी के तहत यह चार दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बागेश्वर के विकास भवन सभागार में आपदा खोज बचाव प्रशिक्षण शिविर में आर्य ने कहा कि चार दिनों तक चलने वाले प्रशिक्षण शिविर में प्रधान, युवा मंगल दल, महिला मंगल दल, पीआरडी, पुलिस के जवान समेत ग्रामीणों समेत 180 लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।