दुमका जिले के तातलोई गर्म जलकुण्ड में स्नान करने के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी है। मकर संक्रांति पर यहां मेला लगता है। दुमका के साथ ही बिहार के भागलपुर और बांका जिले से भी लोग मकर संक्रांति के दिन गर्मजल कुण्ड में डुबकी लगाने आते हैं। अच्छी संख्या में साफा होड़ आदिवासी समुदाय के लोग भी मकर संक्रांति पर तातलोई आते हैं। 1976 ई में भागलपुर के तत्कालीन कमिश्नर अरुण पाठक के निर्देश पर तातलोई के प्राकृतिक गर्म पानी के झरना के पास पक्का कुण्ड का निर्माण हुआ था। हाल में सरकार ने 45 लाख खर्च कर कुंड का जीर्णोद्धार कराया है। तातलोई को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की सरकार ने कई बार घोषणा की पर इस पर कभी अमल नहीं हुआ।