नवरात्रि के छठे दिन होती है मां कात्यायनी की पूजा। देवी मां के छठे स्वरूप को कात्यायनी नाम से पुकारा जाता है। मां कात्यायनी को दानवों और पापी जीव धारियों का नाश करने वाली देवी कहा जाता है। इनकी उपासना से संपूर्ण रोगों और भय का नाश होता है। महिषासुर राक्षस का वध करने के कारण इनका एक नाम महिषासुर मर्दिनी भी है।
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ऐसा है मां का स्वरूप: इनका वाहन सिंह है और इनकी चार भुजाएं हैं। इनके एक हाथ में तलवार है और एक हाथ में पुष्प है।
मंत्र: चंद्र हासोज्ज वलकरा शार्दूलवर वाहना|
कात्यायनी शुभंदद्या देवी दानव घातिनि||
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