उरी आतंकी हमले में शहीद बलिया के राजेश यादव अौर गाजीपुर के हरेंद्र यादव को अंतिम विदाई देने लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। दोनों शहीदों के पार्थिव शरीर को कांधा देने की होड़ लगी रही। शव यात्रा में शामिल लोगों में पाकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा दिखाई दिया। शहीद राजेश की गर्भवती पत्नी पार्वती ने बेटे को भी सेना में भेजने की हुंकार भरी। लोगों ने केंद्र सरकार से सैनिकों की हत्या के लिए बदला लेने को भी कहा।
गाजीपुर के हरेंद्र यादव और बलिया के राजेश यादव का पार्थिव शरीर चार अन्य जवानों के साथ सोमवार की दोपहर बाद ही श्रीनगर से विशेष विमान से वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंच गया था। एयरपोर्ट पर ही श्रद्धांजलि देने के बाद हरेंद्र का पार्थिव शरीर गाजीपुर भेज दिया गया लेकिन दूरी ज्यादा होने के कारण राजेश का शव मंगलवार की सुबह बलिया पहुंचा।