अजन्मे के जन्म की लीला ने एक बार फिर विश्व को भक्ति के समंदर में गोते लगवाए। रात बारह बजे मथुरा में कान्हा का जन्म होते ही संसार सागर में श्रद्धा की हिलोरें उठ गईं। मंदिर संग घरों से जय कन्हैया लाल के सामूहिक स्वरों ने फिजाओं को अपने रंग में रंग लिया।