केंद्र की सत्ता में आसीन भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी हिन्दुस्तान शिखर सम्मेलन में पहुंचे और अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त ही ये सुनिश्चित हो कि इस देश की राजनीति परिवारवाद पर न चले बल्कि परफॉर्मंस पर चले।
उन्होंने कहा, भाजपा ने इस देश में परफॉर्मेंस की राजनीति शुरू की। एक-एक कर देश के राज्यों में भाजपा की सरकारें बन रही हैं। देश में अब विचार करने का समय आ गया है। सभी तरह की राजनीति देश देख चुका है उसे तुलना करनी चाहिए। कांग्रेस के ज़माने में कुछ राज्य छत्तीसगढ़ और राजस्थान बीमारू राज्य में शामिल था लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब हम उत्तर प्रदेश की स्थिति को बदलना चाहते हैं। यहाँ हम परफॉर्मेंस की राजनीति करना चाहते हैं। युवाओं को सकारात्मक सोच देना चाहते हैं। उसे नौकरी देकर उसे मेन लाइन से जोड़ना चाहते हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा- हमारी सरकार किसानों के लिए काम करना चाहती है। यहां प्रयोग लैब तक सीमित है। हम लैब से लैंड तक ले जाना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश के किसानों को फायदा नहीं मिल रहा है। भाजपा की सरकार ने सबसे अच्छी कानून व्यवस्था दी। रोजगार के लिए काम कर रही है। दिल्ली से चलकर योजना लखनऊ तक पहुंचती है लेकिन कागज़ों में उलझकर रह जाती है। देश का विकास उप्र पर निर्भर है।
उन्होंने कहा, देश के प्रधानमंत्री ने स्वच्छता को अपना मुद्दा बनाया। भारत का भविष्य की बात नहीं हो रही थी। देश का सैनिक असहाय महसूस कर रहा था। देश के लोगों को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर भरोसा है। हमने सीमाओं पर सुरक्षा को सुनिश्चित किया है। सर्जिकल स्ट्राइक इसका उदाहरण है। आज विदेश नीति और रक्षा नीति में मतभेद नहीं है।
हिन्दुस्तान के प्रधान संपादक शशि शेखर ने अमित शाह से सवाल किया- आपने महिला सशक्तिकरण की बात की लेकिन आपने तो गुजरात की महिला मुख्यमंत्री को ही हटा दिया। इस सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा- मुख्यमंत्री बनना महिला के लिए सशक्तिकरण नहीं है। सशक्तिकरण तब होगा जब किसी महिला को कोई फ़ोन पर शादी तोड़ने का फैसला न सुनाए।
इसके बाद एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा- हमें बस अपनी पार्टी संभालनी चाहिए। दूसरे की पार्टी पर मैं कुछ नहीं कहना चाहता।