सावन के तीसरे सोमवार को शिवालय सुबह से ही हर-हर महादेव के जयकारों से गूंजते रहे। यहां पूजा-अर्चना व जलाभिषेक के लिए सुबह तड़के पांच बजे से ही भक्तों की कतारें लगने लगी।