Sadme Sahta Hai सदमे सहता है (Ghulam Muhammad Qasir)

2017-02-02 6

फिर जिस्म के मंजर-नामे में सोए हुए रंग न जाग उट्ठें
इस खौफ से वो पोशाक नहीं बस ख्वाब बदलता रहता है