संसद में बुधवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट 2017-18 पेश किया। उन्होंने बजट पेश करते हुए कहा कि सरकार जनता के पैसे की पहरेदार है। उन्होंने बताया कि इस बजट के जरिए सबको फायदा पहुंचाने की काशिश की गयी है और धीमी पड़ रही अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश की गयी है। इस साल के बेहतर मानसून को देखते हुए उन्होंने अच्छे फसल की उम्मीद जतायी और किसानों के लिए ढेर सारी नई घोषणाएं की। वित्त मंत्री ने कहा मनरेगा को नए तरीके से किसानों के समक्ष ले जा रहे हैं ताकि उनका आय बढ़ सके। साथ ही कृषि विकास दर 1.4 फीसद होने का अनुमान की बात भी कही। कृषि विज्ञान क्षेत्र में और अधिक लैब बनाने का लक्ष्य रखा गया है। नाबार्ड के तहत सिंचाई के लिए 40 हजार करोड़ रुपये की घोषणा की गई है।