हॉस्टल फीस में 20 फीसदी की बढ़त के खिलाफ प्रदर्शन करते छात्रों ने आइआइटी खड़गपुर के डायरेक्टर, रजिस्ट्रार व इंस्टीट्यूट के अन्य अधिकारियों को उनके ऑफिस में घेर लिया। फीस में बढ़त का फैसला हाल में ही लिया गया जो अगले साल के जनवरी माह से लागू होगा। मंगलवार को शुरू हुआ यह प्रदर्शन बुधवार सुबह छात्रों और मैनेजमेंट की बैठक के बाद खत्म हुआ। इस बैठक में उन्हें इस बात का आश्वासन दिया गया कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा। डायरेक्टर पार्थ प्रतिम चक्रबर्ती, रजिस्ट्रार प्रदीप पायने, छात्रों के डीन और कई सीनियर अधिकारियों को ऑफिस से बाहर नहीं जाने दिया गया, क्योंकि गेट पर ही सभी छात्र बैठे थे। प्रदर्शन कर रहे छात्रों में से एक ने कहा, 'बढ़ी हुई फीस के मामले पर हम मैनेजमेंट के साथ बात करना चाहते हैं। खड़गपुर सस्ती जगह है, लेकिन आइआइटी महंगा है। तो फिर अब फीस बढ़ाने के पीछे क्या अर्थ है।' पीएचडी कर रहे छात्र को मासिक 25,000 रुपये का स्टाइपेंड दिया जाता है, जब इसे नहीं बढ़ाया गया तो फिर हॉस्टल फीस हम कैसे चुका पाएंगे। इतने कम पैसे में खाना समेत अन्य रहन-सहन के खर्चों का प्रबंध करना होता है।