पहली बार नियंत्रण रेखा के पार रहने वाले कुछ ऐसे लोग सामने आए जिन्होंने दावा किया है कि उन्होंने पाक अधिकृत कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक की गतिविधियों या फिर उसके नतीजों को देखा। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक आर्मी द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों को 29 सितंबर की सुबह ट्रकों में भरकर दफनाने के लिए ले जाया गया। चश्मदीदों ने यह भी बताया कि उन्हें सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान वहां पर हुई भारी गोलाबारी की आवाज भी उन्हें सुनाई दी थी। आपको बता दें कि अभी तक पाकिस्तान लगातार इस बात से इनकार करता हुआ आ रहा कि सर्जिकल स्ट्राइक हुई ही नहीं। हालांकि, उन लोगों का मानना है कि इस सर्जिकल स्ट्राइक में आतंकियों को उतना नुकसान नहीं हुआ जितना भारतीय सेना और मीडिया द्वारा बताया जा रहा है।