प्रेरक बने अतीत तुम्हारा नए क्षितिज की ओर चरण हो, नए लक्ष्य की ओर तुम्हारे उन्मुख जीवन और मरण हो रखे बाँध कर जो जीवन को ऐसे हर बंधन को तोड़ो छोड़ो लीक पुरानी छोड़ो।