देश आज 70वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। सदियों की दासता के बाद 69 साल पहले हम उन्मुक्त आकाश की ऊंचाइयां छूने को स्वतंत्र हुए। आजादी के साथ देश के हिस्से में भय, भूख, भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी और निरक्षरता आई थी, लेकिन हमने कभी हार नहीं मानी और आज 70वीं वर्षगांठ के मौके पर पुष्पित-पल्लवित होते लोकतंत्र में धीरे-धीरे सब ठीक होने लगा। कहते हैं इतिहास खुद को दोहराता है। कभी सोने की चिडिय़ा कहलाने वाला अपना देश भारत आज फिर अपने बलबूते विश्व की अगुवाई को तैयार है।